कोयला वेतन समझोता ८ का आई आई २० निर्गत हो चूका है । इसका मूल उद्देश्य है की आज जो मजदूरों को ९.३.०, ९.४.० और ९.५० के तहत आश्रित को नौकरी मिलने की बात है उस प्रावधान को समाप्त करना। इस सर्कुलर के खिलाफ मैंने विरोध किया। निदेशक कार्मिक कोल इंडिया को पत्र लिखा लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। फिर मैंने आर टी आई के तहत जानकारी ली तो पता चला उच्च प्रबंधन आश्रित को नौकरी देने के पक्ष में नहीं है। जेबिसिसिआइ में बठने वाले नेताओं ने उपरोक्त प्रावधान लाकर गलत किया है। उपरोक्त प्रावधान किसी भी रूप में नहीं होना चाहिए था। नेताओं को गलती सुधरने का एक मौका है की वो सब कमिटी में कोई भी स्कीम बनाने के लिए नहीं बैठे अन्यथा कोयला उद्द्योग के मजदूर इस अन्याय को सहन नहीं करेंगे।
मैं कोयला उद्योग के मजदूरों को यही कहना चाहूँगा की वो अपने अधिकारों के प्रति सचेत रहे नहीं तो आपके अधिकार खतरें में पर जायेंगे। आज जमाना ये है की मजदूरों की दशा और दिशा में सुधर होना चाहिए न की कटोती। आप अपने union नेता से ज्यादा अपने पर भरोसा रखें अन्यथा ये union नेता आपको और आपके अधिकारों को बेंच देंगे। धन्यवाद्। आगे भी मैं आपको लिखता रहूँगा.
Monday, August 16, 2010
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किसी भी क्षेत्र मे आश्रितों को नौकरी देने का प्रावधान ख़तम नहीं होना चाहिए|
ReplyDeleteइस नए और सुंदर से चिट्ठे के साथ आपका हिंदी चिट्ठा जगत में स्वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!
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